बहुला चौथ व्रत सावन माह के कृष्ण पक्ष में नाग पंचमी से ठीक एक दिन पहले मनाई जाती हैं। इस व्रत को माताएं पुत्रों की रक्षा के लिए मनाती हैं। इस दिन केवल गेहूं चावल का भक्षण नही करना चाहिए। गौ के दूध पर उसके बछड़े का अधिकार माना जाता हैं। गाय तथा सिंह की मिट्टी की मूर्ति बनाकर पूजन करने का प्रचलन हैं। भादों की इस कृष्ण चतुर्थी को संकट चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता हैं।
बहुला चौथ व्रत 2022 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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बहुला चौथ व्रत | सोमवार | 15 अगस्त 2022 |
बहुला चौथ व्रत पूजा समय :
चतुर्थी तिथि शुरू : 22:40 -14 अगस्त 2022
चतुर्थी तिथि ख़त्म : 21:00 - 15 अगस्त 2022
इस दिन गायों की पूजा की जाती हैं तथा गौ उत्पादों का सेवन निषेध माना जाता हैं। इस दिन व्रत करने से सुहागन स्त्रियों के पति को लम्बी उम्रः, निसंतान स्त्री को सन्तान की प्राप्ति होती हैं।