आयुध पूजा नवरात्रि त्योहार का एक अभिन्न अंग है, एक हिंदू त्योहार जो पारंपरिक रूप से भारत में मनाया जाता है। इसे "अस्त्र पूजा" भी कहा जाता है, जो अयोध्या पूजा का पर्याय है। सरल शब्दों में, इसका अर्थ है "यंत्रों की पूजा"। यह त्योहार सितंबर / अक्टूबर के महीने में दशहरे के समय हिन्दू मान्यताओं में अस्त्र की पूजा की जाती है। अश्विन पक्ष की दशमी को पड़ने वाले दशहरा या विजयदशमी के एक दिन पहले अपने अस्त्र-शस्त्र की पूजा करने का बेहद महत्व माना गया है।
आयुध पूजा 2022 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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आयुध पूजा | मंगलवार | 4 अक्टूबर 2022 |
आयुध पूजा समय :
नवमी तिथि शुरू : 16:40 - 3 अक्टूबर 2022
नवमी तिथि ख़त्म : 14:25 - 4 अक्टूबर 2022
9 दिन की शक्ति उपासना करने के बाद जीवन के हर क्षेत्र में विजय की कामना करते हुए और चंद्रिका का स्मरण करते हुए लोग अपने अस्त्रों और शस्त्र की पूजा करते हैं। सिर्फ रावण जलाने ही नहीं बल्कि दशमी पर काली पूजा और अस्त्रों और शस्त्र की पूजा को भी लोग काफी मान्यता देते हैं। देश के बहुत सारे हिस्सों में अस्त्र पूजा दिवस को बेहद अच्छी तरह से मनाया जाता है।