चैत्र अमावस्या चैत्र (मार्च - अप्रैल) के महीने में आती है। यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार वर्ष की पहली अमावस्या है। विभिन्न आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए चैत्र अमावस्या को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। चैत्र अमावश्या के दिन अन्य अमावश्या की तरह पूर्वजो के पूजन का विधान है। अमावस्या व्रत अमावस्या तिथि की सुबह से शुरू होता है और प्रतिपदा के दिन चंद्रमा के दर्शन तक रहता है। चैत्र अमावश्या के दिन अन्य अमावश्या की तरह पूर्वजो के पूजन का विधान है।
चैत्र अमावस्या 2022 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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चैत्र अमावस्या | शनिवार | 30 अप्रैल 2022 |
चैत्र अमावस्या कई धार्मिक कार्यो के लिए प्रसिद्ध है। ऐसी मान्यता है की पितरो को मोक्ष प्राप्ति और सद्गति के लिए अमावश्या का व्रत करना चाहिए। इस व्रत को करने से ना केवल पितरो को मोक्ष एवम शांति मिलती है बल्कि व्रतधारी को अमोघ फल की प्राप्ति होती है।