माघ अमावस्या मौन व्रत का दिन है। यह दिन लोगों के धैर्य के स्तर और आत्म संयम को पहचानने में मदद करता है। यह एक बड़ा महत्व रखता है। इस दिन लोग दान पुण्य करते हैं। माघ अमावस्या का दिन पवित्र नदी में सभी देवों की उपस्थिति का अनुभव कराता है। इस दिन पवित्र नदियों में पवित्र स्नान करने की भी सिफारिश की जाती है। ऐसा माना जाता है कि पवित्र डुबकी लगाने से मन से सभी पाप और नकारात्मक विचार दूर हो जाते हैं।
माघ अमावस्या पूजा 2022 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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माघ अमावस्या पूजा | बुधवार | 2 मार्च 2022 |
इस दिन पवित्र नदियों में सभी देवों की उपस्थिति का अनुभव होता है। स्नान के दौरान, सख्त मौन मनाया जाना चाहिए। इस दिन गायत्री मंत्र जपने के साथ भगवान ब्रह्मा की पूजा की जाती है। इस दिन किया जाने वाला एक अन्य प्रमुख अनुष्ठान पितृ पूजा (पैतृक पूजा) कर रहा है।