पापांकुशा एकादशी क्योंक मनाई जाती है और इसका महत्व क्याा है । यह व्रत करने से क्याा लाभ मिलता है और क्या करने से भगवान विष्णु् का आर्शीवाद प्राप्ता होता है। पापांकुशा एकादशी आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कहते हैं. इस एकादशी का महत्त्व स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को बताया था। इस एकादशी पर भगवान 'पद्मनाभ' की पूजा की जाती है।
पापांकुशा एकादशी पूजा 2022 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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पापांकुशा एकादशी | गुरूवार | 6 अक्टूबर 2022 |
पापांकुशा एकादशी पूजा समय :
एकादशी तिथि शुरू : 12:05 - 5 अक्टूबर 2022
एकादशी तिथि ख़त्म : 09:35 - 6 अक्टूबर 2022
पापरूपी हाथी को इस व्रत के पुण्यरूपी अंकुश से वेधने के कारण ही इसका नाम 'पापांकुशा एकादशी' हुआ है। इस दिन मौन रहकर भगवद स्मरण तथा भोजन का विधान है। इस प्रकार भगवान की अराधना करने से मन शुद्ध होता है तथा व्यक्ति में सद्-गुणों का समावेश होता है।