पौष माह की अमावस्या का बहुत ही खास महत्व होता है। माना जा रहा है इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करके पूजा पाठ करने से विशेष पुण्यह मिलता है। साथ ही इस योग के कारण पूजा का महत्व भी बढ़ जाता है। हिन्दू धर्म में अमावस्या तथा पूर्णिमा का विशेष महत्व है। धार्मिक ग्रंथो के अनुसार इस दिन स्नान, दान तथा अन्य धार्मिक कार्य किये जाते है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन अन्य अमावस्या की तरह पूर्वजो के पूजन का विधान है। पौष अमावस्या व्रतधारी के लिए लाभकारी होता है।
पौष अमावस्या 2022 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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पौष अमावस्या | मंगलवार | 1 फरवरी 2022 |
जो व्रती अमावश्या व्रत को विधि-विधान एवं शुद्ध मन से व्रत करता है उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। इस तरह पौष अमावस्या व्रत की कथा सम्पन्न हुई। इस अमावस्या पर बहुत से धार्मिक कार्य किये जाते हैं। आमतौर पर अमावस्या तिथि को किसी भी कार्य के लिए शुभ नहीं माना जाता लेकिन पितृ ऋण चुकाने और उससे जुड़े कर्मकांड करने के लिए अमावस्या तिथि से शुभ समय और कोई नहीं होता।