रामकृष्ण परमहंस भारत के एक महान संत, आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक थे। इन्होंने सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया। रामकृष्ण परमहंस को उन्नीसवीं शताब्दी के दौरान भारत के सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण संतों में से एक माना जाता है। हिंदू कैलेंडर में फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष के दौरान रामकृष्ण परमहंस की जन्म तिथि को द्वितीया के रूप में वर्णित किया गया है। रामकृष्ण दक्षिणेश्वर काली मंदिर में पुजारी थे और कई मठवासी और गृहस्थ शिष्यों को आकर्षित करते थे।
रामकृष्ण परमहंस जयंती 2022 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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रामकृष्ण परमहंस जयंती | शुक्रवार | 4 मार्च 2022 |
रामकृष्ण परमहंस जयंती समय :
द्वितीया तिथि शुरू : 21:35 - 3 मार्च 2022
द्वितीया तिथि ख़त्म : 20:45 - 4 मार्च 2022
स्वामी रामकृष्ण परमहंस मां काली को विश्व माता मानते थे। प्रत्येक स्त्री को मां काली का एक रूप समझते थे। दीन-दुखियों की सेवा ही सच्चा मानव धर्म है, ये उनका सन्देश था।