वैशाख पूर्णिमा का बड़ा ही महत्व है। हिंदी पंचांग के अनुसार वैशाख माह की पूर्ण चंद्र तिथि को वैशाख पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस दिन दान-पुण्य और धर्म-कर्म के अनेक कार्य किये जाते हैं। इसे सत्य विनायक पूर्णिमा भी कहा जाता है। वैशाख पूर्णिमा पर ही भगवान विष्णु का तेइसवां अवतार महात्मा बुद्ध के रूप में हुआ था, इसलिए बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।
वैशाख पूर्णिमा पूजा 2022 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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वैशाख पूर्णिमा पूजा | सोमवार | 16 मई 2022 |
वैशाख पूर्णिमा पूजा समय :
पूर्णिमा तिथि शुरू : 12:45 - 15 मई 2022
पूर्णिमा तिथि ख़त्म : 09:45 - 16 मई 2022
वैशाख माह की पूर्णिमा का व्रत करना बेहद शुभ माना जाता है। इस व्रत को करने से चन्द्र देव की कृपा सदा बनी रहती है। इसी दिन भगवान बुद्ध ने महानिर्वाण भी प्राप्त किया था इसलिए इस दिन को ‘बुध पूर्णिमा’ के रूप में मनाया जाता है। वैशाख पूर्णिमा पर स्वर्ण दान करना भी अति फलदायी माना गया है। बुद्ध अनुयायियों के बीच इस दिन सफेद वस्त्र धारण करने की भी विशेष मान्यता है।