वैशाख मास के कृ्ष्ण पक्ष की एकादशी वरूथिनी एकादशी के नाम से जानी जाती है। यह व्रत सुख सौभाग्य का प्रतीक है। इस दिन जरुरतमंद को दान देने से करोडों वर्ष तक ध्यान मग्न होकर तपस्या करने तथा कन्यादान के भी फलों से बढकर वरूथिनी एकादशी व्रत के फल कहे गये है।
वरूथिनी एकादशी पूजा 2022 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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वरूथिनी एकादशी पूजा | मंगलवार | 26 अप्रैल 2022 |
वरूथिनी एकादशी पूजा समय :
एकादशी तिथि शुरू : 01:40 - 26 अप्रैल 2022
एकादशी तिथि ख़त्म : 00:50 - 27 अप्रैल 2022
वरूथिनी एकादशी करने वाले व्यक्ति को खासतौर पर उस दिन दातुन का प्रयोग करने, परनिंदा करने, क्रोध करने, और असत्य बोलने से बचना चाहिए। इसके अतिरिक्त इस व्रत में तेल युक्त भोजन भी नहीं किया जाता है। इसकी कथा सुनने से सौ ब्रह्मा हत्याओं का दोष नष्ट होता है। इस प्रकार यह व्रत बहुत ही फलदायक कहा गया है।