मीरा बाई एक महान हिंदू कवि और भगवान कृष्ण की भक्त थीं। वह वैष्णव भक्ति आंदोलन के महत्वपूर्ण संतों में से एक थे। भगवान कृष्ण की भावुक प्रशंसा में लिखी गई कुछ 1300 कविताओं का श्रेय उन्हें दिया जाता है। मीरा एक राजपूत राजकुमारी थीं जिनका जन्म 1498 में कुडकी, राजस्थान में हुआ था। उसका विवाह चित्तौड़ के शासक भोज राज के साथ हुआ था। वह अपने पति या पत्नी में कोई दिलचस्पी नहीं लेती थी क्योंकि वह खुद को भगवान कृष्ण से विवाहित मानती थी।
मीरा बाई जयंती 2023 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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मीरा बाई जयंती | शनिवार | 28 अक्टूबर 2023 |
मीरा बाई जयंती समय :
पूर्णिमा तिथि शुरू : 04:20 - 28 अक्टूबर 2023
पूर्णिमा तिथि ख़त्म : 01:50 - 29 अक्टूबर 2023
इतिहासकारों का मानना है कि मीरा बाई गुरु रविदास की शिष्या थीं और लोकप्रिय मान्यताओं को स्वीकार करती हैं, जो उन्हें संत तुलसीदास से जोड़ती हैं और वृंदावन में रूपा गोस्वामी के साथ उनकी बातचीत होती है।