वर्ष भर में कुल 12 संक्रांतियां आती है। कन्या संक्रांति भी इन्ही में से एक है। कन्या संक्रांति तब आती है जब सूर्य सिंह राशि से कन्या राशि में प्रवेश करता है। कन्या संक्रांति पर बहुत से लोग दान, स्नान और अपने पित्रों की आत्मा की शांति के लिए पूजन आदि भी कराते है। संक्रांति के दिन पवित्र जलाशयों में स्नान करना भी बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन बंगाल और उड़ीसा के क्षेत्रों में विश्वकर्मा पूजन किया जाता है।
कन्या संक्रांति पूजा 2024 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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कन्या संक्रांति पूजा | सोमवार | 16 सितंबर 2024 |
देव विश्वकर्मा भगवानों के इंजिनियर है जिन्होंने देवों के महल और शस्त्र आदि का निर्माण किया है। इस दिन लोग इनकी पूजा इसीलिए भी करते है क्योंकि माना जाता है की देव विश्वकर्मा के आशीर्वाद से कार्य करने की कुशलता बढती है। और देव अपने गुण भक्तों को आशीर्वाद के रूप में प्रदान करते है।