भाद्रपद कृष्ण पक्ष की एकादशी अजा एकादशी के नाम से जानी जाती है। इस दिन की एकादशी के दिन भगवान श्री विष्णु जी की पूजा का विधान होता है। ‘अजा’ एकादशी के व्रत के प्रभाव से जाने-अनजाने में हुई सभी पापों का नाश होता है। यह एकादशी सब पापों का नाश करनेवाली बतायी गयी है। जो भगवान हृषीकेश का पूजन करके इसका व्रत करता है उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
अजा एकादशी पूजा 2025 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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अजा एकादशी | मंगलवार | 19 अगस्त 2025 |
अजा एकादशी पूजा समय :
एकादशी तिथि शुरू : 17:20 - 18 अगस्त 2025
एकादशी तिथि ख़त्म : 15:30 - 19 अगस्त 2025
इस एकादशी व्रत के करने तथा कथा सुनने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता है। मनुश्य इस लोक सभी सुख भोगकर अपने परिजनों के साथ स्वर्ग को जाता है। समस्त उपवासों में अजा एकादशी के व्रत श्रेष्ठतम कहे गए हैं। एकादशी व्रत को रखने वाले व्यक्ति को अपने चित, इंद्रियों, आहार और व्यवहार पर संयम रखना होता है।