अकाल बोधन देवी के एक अवतार दुर्गा मां की पूजा की जाती है। यह मुख्यतः बंगाल में की जाती है। अकाल बोधन आश्विन माह में की जाती है। आश्विन महीने में मां दुर्गा के आह्वान को ही काल बोधन कहते हैं। यह दो संस्कृत शब्दों से बना है, अकाल यानी असमय और बोधन या आह्वान या पूजन। असल में नवरात्र साल में दो बार आते हैं, एक चैत्र नवरात्र या बसंती पूजा और एक शरत काल में होने वाली नवरात्र यानी दुर्गा पूजा।
अकाल बोधन पूजा 2025 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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अकाल बोधन पूजा | रविवार | 28 सितंबर 2025 |
देवी पार्वती या दुर्गा का यह आह्वान अकाल बोधन कहलाता है। देवी के राम द्वारा रावण को पराजित करने का आशीर्वाद लेने के लिए एक अस्वाभाविक समय में यह आह्वान किया गया था कि वर्तमान में दुर्गा पूजा के रूप में चारों ओर मनाया जाता है।