आषाढ़ मास हिंदू पंचांग के अनुसार का हिंदू वर्ष का चौथा महीना माना जाता है। आषाढ़ मास की अमावस्या के पश्चात वर्षा ऋतु का आगमन भी माना जाता है। इस मायने में आषाढ़ अमावस्या का बहुत ही महत्व है। दान-पुण्य व पितरों की आत्मा की शांति के लिये किये जाने वाले अनुष्ठानों के लिये तो यह तिथि चिर-परिचित है ही। अमावस्या के दिन पवित्र नदियों, धार्मिक तीर्थ स्थलों पर स्नान का भी विशेष महत्व माना जाता है।
आषाढ़ अमावस्या पूजा 2025 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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आषाढ़ अमावस्या | गुरूवार | 24 जुलाई 2025 |
ऐसी मान्यता है अगर इस दिन कुछ विशेष उपाय किए जाए तो इसका पूरा फल मिलता है और हर मनोकामनाएं बहुत जल्दी पूरी होती है। आइए जानते हैं कुछ काम जिसे अमावस्या पर करना होता है जरूरी। ऐसी मान्यता है अगर इस दिन कुछ विशेष उपाय किए जाए तो इसका पूरा फल मिलता है और हर मनोकामनाएं बहुत जल्दी पूरी होती है।