दुर्वा अष्टमी एक अनूठी हिंदू परंपरा है जो लगभग सभी हिंदू अनुष्ठानों में इस्तेमाल होने वाली एक आवश्यक वस्तु, दुर्वा घास की पूजा करने के लिए समर्पित है। यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार 'भाद्रपद' (अगस्त-सितंबर) के चन्द्र मास में 'शुक्ल पक्ष' के दौरान 'अष्टमी' (8 वें दिन) को मनाया जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, दुर्वा अष्टमी को पूरी श्रद्धा के साथ देखने से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि और शांति आती है। यह हिंदू त्योहार पश्चिम बंगाल और भारत के अन्य पूर्वी क्षेत्रों में बहुत उल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन, महिलाएं दुर्वा घास को विशेष पूजा और पूजा करती हैं।
दुर्वा अष्टमी पूजा 2025 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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दुर्वा अष्टमी पूजा | रविवार | 31 अगस्त 2025 |
दुर्वा अष्टमी पूजा समय :
अष्टमी तिथि शुरू : 22:40 - 30 अगस्त 2025
अष्टमी तिथि ख़त्म : -00:55 - 1 सितंबर 2025
शुभ दुर्वा घास की पूजा फूल, फल, चावल, अगरबत्ती, दही और अन्य आवश्यक पूजा सामग्रियों से की जाती है। महिलाएं भी इस दिन व्रत रखती हैं। दुर्वा अष्टमी व्रत के पालनकर्ता भगवान शिव और भगवान गणेश की भी पूजा करते हैं। फलों और फूलों के साथ, दूर्वा घास को भी भगवान को प्रसन्न करने के लिए चढ़ाया जाता है।