श्रावण मास की कृष्ण एकादशी का नाम कामिका है। उसके सुनने मात्र से वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है। कामिका एकादशी में भगवान विष्णु की आराधना की जाती है और एकादशी का व्रत करने से जीवात्माओं को उनके पापों से मुक्ति मिलती है। एकादशी के सभी व्रतों में से कामिका एकादशी को भगवान विष्णु का उत्तम व्रत माना जाता है। कामिका एकादशी उपासकों के कष्ट दूर करती है और उनकी इच्छापूर्ती करती है।
कामिका एकादशी पूजा 2025 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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कामिका एकादशी | सोमवार | 21 जुलाई 2025 |
कामिका एकादशी पूजा समय :
एकादशी तिथि शुरू : 12:15 - 20 जुलाई 2025
एकादशी तिथि ख़त्म : 09:40 - 21 जुलाई 2025
कामिका एकादशी की रात्रि को दीपदान तथा जागरण के फल का माहात्म्य चित्रगुप्त भी नहीं कह सकते। जो इस एकादशी की रात्रि को भगवान के मंदिर में दीपक जलाते हैं उनके पितर स्वर्गलोक में अमृतपान करते हैं तथा जो घी या तेल का दीपक जलाते हैं, वे सौ करोड़ दीपकों से प्रकाशित होकर सूर्य लोक को जाते हैं।