चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम पापमोचनी एकादशी है। हिन्दू धर्म में कहा गया है कि संसार में उत्पन्न होने वाला कोई भी ऐसा मनुष्य नहीं है जिससे जाने अनजाने पाप नहीं हुआ हो। पाप एक प्रकार की ग़लती है जिसके लिए हमें दंड भोगना होता है। ईश्वरीय विधान के अनुसार पाप के दंड से बचा जा सकता हैं अगर पापमोचिनी एकादशी का व्रत रखें।
पापमोचनी एकादशी पूजा 2025 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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पापमोचनी एकादशी पूजा | मंगलवार | 25 मार्च 2025 |
पापमोचनी एकादशी पूजा | बुधवार | 26 मार्च 2025 |
पापमोचनी एकादशी पूजा समय :
एकादशी तिथि शुरू : 05:05 - 25 मार्च 2025
एकादशी तिथि ख़त्म : 03:45 - 26 मार्च 2025
इसके व्रत के प्रभाव से मनुष्यै के सभी पापों का नाश होता हैं। यह सब व्रतों से उत्तम व्रत है। इस पापमोचनी एकादशी के महात्म्य के श्रवण व पठन से समस्त पाप नाश को प्राप्त हो जाते हैं। जो कोई मनुष्य विधिपूर्वक इस व्रत को करेगा, उसके सारों पापों की मुक्ति होना निश्चित है और जो कोई इस व्रत के महात्म्य को पढ़ता और सुनता है उसे सारे संकटों से मुक्ति मिल जाती है।