हर माह दो एकादशी आती हैं लेकिन माघ माह की एकादशी का खास महत्व होता है। इस एकादशी को षटतिला एकादशी कहा जाता है। इस दिन पूजा पाठ करने से भगवान विष्णु की कृपा बरसती है। षटतिला एकादशी कथा और पारण के बाद ही ये व्रत पूरा होता है। इस व्रत में तिल का छ: रूप में दान करना उत्तम फलदायी होता है। जो व्यक्ति जितने रूपों में तिल का दान करता है उसे उतने हज़ार वर्ष स्वर्ग में स्थान प्राप्त होता है।
षटतिला एकादशी पूजा 2025 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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षटतिला एकादशी | शनिवार | 25 जनवरी 2025 |
षटतिला एकादशी पूजा समय :
एकादशी तिथि शुरू : 19:20 - 24 जनवरी 2025
एकादशी तिथि ख़त्म : 20:30 - 25 जनवरी 2025
इस प्रकार जो षट्तिला एकादशी का व्रत रखते हैं भगवान उनको अज्ञानता पूर्वक किये गये सभी अपराधों से मुक्त कर देते हैं और पुण्य दान देकर स्वर्ग में स्थान प्रदान करते हैं।