हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु और पीपल के वृक्ष की पूजा का विधान विशेष है। इस व्रत के पुण्य से मनुष्य के सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं। यह एकादशी मनुष्य को लोक तथा परलोक, दोनों लोक में मुक्ति दिलाता है।यह तीनों लोकों में प्रसिद्ध एकादशी व्रत है। इस व्रत के करने से अट्ठासी हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के समान पुण्य प्राप्त होता है।
योगिनी एकादशी पूजा 2025 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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योगिनी एकादशी पूजा | शनिवार | 21 जून 2025 |
योगिनी एकादशी पूजा | रविवार | 22 जून 2025 |
योगिनी एकादशी पूजा समय :
एकादशी तिथि शुरू : 07:20 - 21 जून 2025
एकादशी तिथि ख़त्म : 28:30 - 21 जून 2025
योगिनी महान पापों को शांत करनेवाली और महान पुण्य-फल देनेवाली है। इसके पढ़ने और सुनने से मनुष्य सब पापों से मुक्त हो जाता है। पद्म पुराण के अनुसार योगिनी एकादशी व्रत करने से अट्ठासी हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर का फल मिलता है। जो व्यक्ति इस व्रत को नियम- पूर्वक पूर्ण करता है, उसे श्रेष्ठ फल मिलता है। योगिनी एकादशी व्रत कथा सुनने से मनुष्य सभी पापों से मुक्त हो जाता है और भगवान विष्णु का धाम प्राप्त करता है।