हिन्दू पंचांग के अनुसार संक्रान्ति का अर्थ होता है, सूर्य देव के एक राशि से अलगी राशि में जाना। हिन्दू धर्म के अनुसार पूरे वर्ष में कुल १२ संक्रान्तियाँ होती हैं।
नीचे संक्रान्ति व्रत पूजा के वर्ष चुने
संक्रान्ति के दिन कर तरह के पूजा आदि किया जाता है। इस दिन व्रत भी रखा जाता है। संक्रान्ति के प्रधान उत्सव के रूप में हम लोग मकर संक्रान्ति को जानते है। इसके अलावा भी बाकि के संक्रान्ति भी महत्वपूर्ण है।