हम जानते हैं की आप अपने साथी से बहुत प्यार करते हैं। और इस प्यार अधिक गहरा कारण के लिए आप अपने साथी को समझे व उनको अच्छी तरह जाने। जानने और समझने से मतलब हैं की आप अपने साथी की बातों को ध्यान दें और उस बात को समझे की वो आपसे क्या कहना चाहते हैं। कई बार ऐसा हो जाता हैं की आप अपने साथी के बातों बिना समझे उस बातों को लेकर रिएक्ट कर देते हैं जिससे आपसी मन मुटाव भी हो जाता हैं। इसीलिए पहले उनकी बातो को समझे फिर रिएक्ट करें। ऐसे में दोनों बीच तालमेल बना रहता हैं।
और अपने साथी को जानने से यह मतलब हैं की , आप उनकी आदतों को जाने चाहे वो आदत बुरी हो या अच्छी हो , अच्छी आदत होने पर शाबाशी जरूर दे और बुरी आदत होने पर तुरंत रिएक्ट न करे पहले सुने फिर जिस दिन उनका मिजाज अच्छा हो या जब आपको सही समय मिले तभी उस आदत के बारे में बात करे वो भी प्यार से। साथ में यह भी जाने की साथी को क्या पसंद हैं क्या न पसंद। जब आप एक दूसरे को जान ओ समझ लेंगे तो आपका प्यार गहरा होता जायेगा।
प्यार में सबसे ज्यादा जरुरत होती हैं समझ की। लोग कहते हैं की जो लोग प्यार करते हैं वो समझते नहीं हैं। पर ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता। दो प्यार करने वाले , आपस में प्यार होने के बाद उनकी समझदारी बढ़ जाती हैं। तब प्यार करने वाले अपने प्यार को बरकार रखने के लिए अच्छे अच्छे समझदारी दिखाते हैं।
आप सभी प्यार करने वाले को यह कहना चाहते हैं की कभी भी अपनी समझदारी को न भूले , प्यार करने वालो के लिए बहुत सी कठिनाई सामने आती हैं उन्हें भी अपने साथी के साथ एक दूसरे के समझदारी से हटा दें।