How To Start Your Career In Pharmaceutical Marketing Industry
भारतीय फार्मा इंडस्ट्री तेजी से आगे बढ़ रही है। इस सेक्टर की ग्रोथ को देखते हुए फार्मास्युटिकल मार्केटिंग में करियर की भरपूर संभावनाएं हैं। ग्रोथ का अंदाजा इस बस से भी लगाया जा सकता है की वर्ष 2012 यह इंडस्ट्री जहां 11 अरब डॉलर की थी, वहीं 2020 तक इसके 74 अरब डॉलर तक पहुंच जाने की उम्मीद है। साथ ही, भारत 200 से अधिक देशों को दवाइयां एक्सपोर्ट करता है, जिनमे अमेरिका, रूस, जर्मनी, ब्रिटेन, ब्राज़ील जैसे देश भी शामिल हैं। फार्मास्युटिकल मार्केटिंग और मैनजमेंट में सफल करियर बनाने के लिए मेडिसिन, मार्केटिंग, बिज़नेस आदि का अच्छा ज्ञान जरुरी है।" फार्मा इंडस्ट्री का आकार दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में मार्केटिंग प्रोफेशनल्स की डिमांड लगातार बढ़ रही है। अगर आप इस गोइंग फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, तो जानिए, क्या है प्रकिया....
जॉब के अवसर (Job opportunities)
भारत फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग और रिसर्च के क्षेत्र में ग्लोबल हब बनकर उभर रहा है। आज भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा मेडिसिन सुप्प्लायर देश है। वैसे, आज फार्मा मार्केटिंग में जॉब्स की कमी नहीं है। यह दवा विक्रेता या मेडिसिन रिप्रेसेंटटिव तक ही सिमित नहीं रह गया है। चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे विस्तार की वजह से दवा बाजार दिनों-दिन बढ़ रहा है। बीबीए इन फार्मा और डिप्लोमा कोर्स के बाद मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव, प्रोडक्ट एक्जीक्यूटिव आदि के रूप में नियुक्ति होती है। एमबीए के बाद एरिया मैनेजर, प्रोडक्ट मैनेजर, ब्रांड मैनेजर या मैनजमेंट ट्रेनी के रूप में नियुक्ति मिल सकती है।क्या है काम ? (What's work?)
इस क्षेत्र में काम करने वाले प्रोफेशनल्स को मानव शरीर और दवा में इस्तेमाल होने वाले तत्वों की जानकारी होना बेहद जरुरी है। दवा की मार्केटिंग कुछ अलग होती है। इसमें सीधे सीधे उपभोगताओं से संपर्क न करके डॉक्टर्स को प्रोडक्ट या दवाओं के बारे में जानकारी दी जाती है। फिर डॉक्टरों की सलाह पर ही उपभोक्ता दवा खरीदते हैं। इस कार्य के लिए प्रोफेशनल्स की कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी होनी चाहिए। फार्मास्युटिकल क्षेत्र में हमेशा रिसर्च और नए प्रोडक्ट की मैनुफैक्चरिंग से जुड़े कार्य होते रहते हैं, इसलिए मार्केटिंग फील्ड में आगे बढ़ने के लिए ट्रैंड और प्रोडक्ट से समन्धित जानकारी से खुद को अपडेट रखना होगा।क्वालिफिकेशन और कोर्स (Qualification and Course)
फार्मा फील्ड में मार्केटिंग से जुड़े प्रोफेशनल्स की डिमांड देखते हुए कई यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेस में फार्मा मैनजमेंट और फार्मा मार्केटिंग से जुड़े कोर्स संचालित हो रहें हैं। फार्मा बिजनेस मैनजमेंट में एमबीए और बीबीए, डिप्लोमा इन फार्मास्युटिकल एंड हेल्थकेयर मार्केटिंग, डिप्लोमा इन फार्मा मार्केटिंग और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फार्मा मार्केटिंग जैसे कोर्स के बाद इस फिल्ड में करियर बनाये जा सकता है। इसके अलावा, संस्थानों में फार्मा मार्केटिंग के कोर्स भी शुरू हो चुके हैं। डिप्लोमा कोर्स की अवधि छः माह से एक वर्ष तक होती है। इनमें प्रवेश के लिए अनिवार्य योग्यता 12वीं (विज्ञान) पास होना है। पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स की अवधि एक साल है। इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम क्वालिफिकेशन बीएससी, बीफार्मा निर्धारित है। 12वीं (गणित व जीव विज्ञान) के बाद फार्मा बीबीए (फार्मा बिजनेस) में दाखिला लिया जा सकता है। यह तीन वर्षीय ग्रेजुएट कोर्स है। केमेस्ट्री सब्जेक्ट से ग्रेजुएट हैं, तो भी मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव में करियर शुरू कर सकते हैं।सैलरी स्ट्रक्चर (Salary Structure)
आम तौर पर इस क्षेत्र में शुरुआती सैलरी 12 से 18 हजार रूपए प्रति माह होती है। अनुभव हासिल करने के बाद सैलरी में इजाफा होता है। मैनजमेंट, चिकित्सा और दवा की बेहतर जानकारी है, तो इस सेक्टर में टॉप पर पहुचने में मदद मिल सकती है। तीन से पांच वर्ष का वर्क एक्सपीरियंस हो जाने पर 25 से 40 हजार रूपये प्रति माह आसानी से मिल सकते हैं। विदेश में भी फार्मा मार्केटिंग से जुड़े प्रोफेसनल्स की काफी डिमांड है।प्रमुख संस्थान (Major Institutions)
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मा मार्केटिंग, लखनऊवेबसाइट : www.iipm.com
दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्युटिकल साइंस एंड रिसर्च, नई दिल्ली
वेबसाइट : www.dipsar.in
इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पुणे
वेबसाइट : www.pharmadiplomas.com
सुंदरदीप ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन, गाजियाबाद
वेबसाइट : www.sunderdeep.ac.in
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़
वेबसाइट : www.niper.ac.in
बायोइन्फोमेटिक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया, नोएडा
वेबसाइट : www.bii.in